ESIC Act Maternity Benefit व्यय में वृद्धि, अब कितना मिलेगा?

ESIC Act Maternity Benefit व्यय में वृद्धि: अब कितना मिलेगा?

अगर आप ESIC ACT के तहत Enroll हैं तो यह जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) ने मातृत्व लाभ में वृद्धि का ऐलान किया है, जिससे अब आपको पहले से ज्यादा वित्तीय सहायता मिलेगी। ESIC Act Maternity Benefit व्यय में ₹2,500 की बढ़ोतरी की गई है। यह फैसला ESIC निगम की हाल ही में हुई बैठक में लिया गया है, और इससे लाखों कर्मचारियों के परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा। तो आइए जानते हैं कि अब आपको कितना लाभ मिलेगा और यह आपके लिए कैसे महत्वपूर्ण है।

ESIC Act Maternity Benefit व्यय में वृद्धि:

केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की अध्यक्षता में 181वीं ESIC निगम की बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए। इस बैठक में ESIC ने यह फैसला लिया कि उन गर्भवती महिलाओं के लिए, जो अपरिहार्य कारणों से ESIC डिस्पेंसरीज और अस्पतालों में मातृत्व सेवाएं नहीं ले पातीं और अन्य निजी अस्पतालों में उपचार करवाती हैं, उनके लिए प्रसूति व्यय में वृद्धि की जाएगी। पहले यह व्यय ₹5,000 था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर ₹7,500 कर दिया गया है। इस बदलाव को जीवन की बढ़ती लागत और स्वास्थ्य सेवाओं की महंगाई को ध्यान में रखते हुए किया गया है।

ESIC Act Maternity Benefit में क्या बदलाव हुआ है?

ESIC ने यह भी निर्णय लिया कि शैक्षणिक वर्ष 2020-21 से ईएसआईसी चिकित्सा संस्थानों में आर्थिक रूप से कमजोर तबके (EWS) के लिए कोटा और प्रवेश की व्यवस्था लागू की जाएगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि कमजोर वर्ग के लोग भी ESIC के माध्यम से चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। इसके अलावा, ESIC चिकित्सा महाविद्यालयों में बीमित व्यक्तियों (IP) के लिए MBBS और BDS सीटों पर प्रवेश के लिए एक नई प्रवेश नीति (Provisional Admission Policy) को स्वीकृत किया गया है, जो ESIC के अंतर्गत स्वास्थ्य देखभाल प्राप्त करने वालों के लिए नए अवसर खोलेगी।

ESIC के तहत स्वास्थ्य बीमा कवर और अन्य लाभ:

ESIC Act के तहत स्वास्थ्य बीमा कवर और अन्य कई लाभ मिलते हैं, जिनका उद्देश्य कर्मचारियों और उनके परिवारों को आर्थिक सुरक्षा देना है। ESIC एक प्रमुख सामाजिक सुरक्षा संगठन है, जो कर्मचारियों को रोजगार संबंधी चोट, बीमारी, मृत्यु आदि की स्थिति में नकद लाभ और उचित चिकित्सा उपचार प्रदान करता है। यह अधिनियम उन संस्थानों पर लागू होता है जहां 10 या उससे अधिक कर्मचारी काम करते हैं और जिनकी मासिक आय ₹21,000 तक होती है। इसके तहत बीमित व्यक्ति और उनके परिवारों को स्वास्थ्य सेवाएं, इलाज, अस्पताल में भर्ती, दवाइयां, प्रसूति लाभ, और अन्य आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।

ESIC Act का राष्ट्रीय प्रभाव:

ESIC Act अब पूरे देश में लागू है, और इसके तहत लाखों कर्मचारी लाभ उठा रहे हैं। ESIC के तहत 12.11 लाख कारखानों और प्रतिष्ठानों को कवर किया गया है, जिसमें 3.49 करोड़ कर्मचारी और उनके परिवार शामिल हैं। इस अधिनियम के तहत कर्मचारियों को न केवल स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं, बल्कि रोजगार से संबंधित विभिन्न जोखिमों के मामले में भी यह उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करता है। 1952 में लागू होने के बाद से, ESIC ने 159 अस्पतालों, 1500 डिस्पेंसरी/आईएसएम इकाइयों, 793 शाखाओं और 63 क्षेत्रीय कार्यालयों की स्थापना की है, जिससे इसकी पहुंच पूरे देश में बढ़ी है और लाखों लोगों को इसका लाभ मिल रहा है।

केंद्रीय मंत्री का बयान और सुधार की दिशा:

केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री श्री संतोष गंगवार ने इस बैठक के बाद संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि ESIC ने IP (बीमित व्यक्तियों) के जीवन को आसान बनाने के लिए कई नई पहल की हैं। उन्होंने कहा कि ESIC की योजनाओं में सुधार के लिए कर्मचारियों को होने वाली असल समस्याओं का मूल्यांकन किया गया है, और इन समस्याओं के समाधान के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। मंत्री जी ने यह भी कहा कि उन्होंने ESIC अस्पतालों का दौरा किया है और वहां कर्मचारियों से बातचीत की है, जिससे सुधार की दिशा स्पष्ट हुई है।

ESIC की बैठक में अन्य महत्वपूर्ण निर्णय:

इस बैठक के दौरान श्रम और रोजगार सचिव श्री हीरा लाल समरिया, ESIC के महानिदेशक श्री राज कुमार, श्रम और रोजगार अपर सचिव अनुराधा प्रसाद, कई सांसदों, कर्मचारियों और नियोक्ताओं के प्रतिनिधियों, राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी रही। बैठक में 2019-20 के संशोधित अनुमान और 2020-21 के बजट अनुमानों को भी स्वीकृति दी गई।

कर्मचारियों के लिए ESIC के लाभ:

ESIC Act के तहत कर्मचारियों और उनके परिवारों को स्वास्थ्य बीमा कवर और सामाजिक सुरक्षा लाभ मिलते हैं। यह लाभ केवल अस्पतालों और डिस्पेंसरी के उपचार तक सीमित नहीं हैं, बल्कि कई अन्य सेवाओं का भी इसमें समावेश है, जैसे कि चिकित्सा शिक्षा, इलाज की लागत, और मातृत्व सेवाएं। अब महिलाओं को उनके प्रसूति लाभ के लिए अधिक सहायता मिलेगी, जिससे उन्हें गर्भावस्था और प्रसूति से जुड़ी मुश्किलों का सामना करने में मदद मिलेगी।

निष्कर्ष:

ESIC Act के तहत मातृत्व लाभ में वृद्धि से न केवल गर्भवती महिलाओं को राहत मिलेगी, बल्कि पूरे देश में लाखों कर्मचारियों और उनके परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा। यह निर्णय कर्मचारियों के स्वास्थ्य और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। बढ़ी हुई सहायता से कर्मचारियों को चिकित्सा खर्चों के बोझ को कम करने में मदद मिलेगी, और यह सुनिश्चित करेगा कि वे अपने जीवन की गुणवत्ता को बनाए रख सकें।

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